- C language का परिचय ?
- आखिर C programming language ही क्यों सीखे ?
- machine language क्या होता है ?
- C programming language को middle level language या मध्यस्तरीय भाषा क्यों कहा जाता है?
- Low level language , high level language तथा middle level language किसे कहा जाता है?
- सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखने के विभिन्न चरण (Steps) क्या है?
Programming Language की दुनिया में इस पोस्ट के साथ ही हम एक मजेदार और चुनौतीपूर्ण सफ़र में निकल चुके है , जहाँ हम एक बहुत ही रोचक language का अध्ययन करेंगे जिसका नाम है " C " programming language , " C " programming language , उपयोग whole software industry large पैमाने में किया जाता है | ऐसा नही है कि इसका उपयोग बस किया जाताहै इसे स्वीकृती भी प्रदान है | क्योकि यह whole software industry में प्रयोग किया जाता है इसलिए यह आपको मोटी income generate करने में भी कम मदद करने वाला नही है |
तो इस रोमाचक सफर में अगला कदम बढाने से पहले आइये एक बहुत ही अहम या इस सम्पुर्ण tutorial की जड़ : आखिर " C " क्यूं ? का जवाब ढूदते है
एक बात तो अब बच्चा बच्चा जानता है कि कम्प्युटर मशीनी भाषा जनता है , और यह machine language 0 और 1 के instruction से मिलकर बनी होती है | इसलिए अब जब कभी आपको अगर कंप्यूटर को कोई instruction देना होतो इसका मतलब है कि आपको 0 , 1 अर्थात machine language लिखना पड़ेगा | जिसे computer तो समझ लेगा लेकिन आपका क्या होगा ? क्योकि इसको समझने और machine language में code लिखकर computer को समझाने में तोते उड़ जायेंगे और केवल गिने चुने लोग ही ऐसा कर पा रहे थे |
तब अस्तित्व में आई उच्च स्तरीय भाषाएँ( High level language) जैसे की : Pascal , Fortran आदि
लेकिन यहाँ एक और समस्या खड़ी हो गई problem यह थी कि machine language की तुलना में high level language एक ही काम को करने के लिए ज्यादा समय ले रही थी |
low level language अर्थात machine language और उच्च स्तरीय भाषा अर्थात High level language दोनों के अपने अलग अलग लाभ व हानिया निकल कर सामने आई
low level language और High level language की कमियों से निजाद पाने के लिए तब जाके अस्तित्व में आई "C " language
इसमें आपको low level language और High level language दोनों के लाभ वाले गुण देखने को मिल जायेंगे
जिसके फलस्वरूप आपको इससे क्या फायदा होने वाला कि आप तेजी से program create कर पाएंगे क्योकि आपका प्रोग्राम 0 , 1 से इतर High level language में जो लिख रहे है , और जब program का execution मतलब की जब प्रोग्राम को run करना हो तब तब " C " के low level language की विशेषता के साथ तेजी से प्रोग्राम execution complete कर लेते है |
High level और low level language की विशेषता के कारण c language को middle level language या मध्यस्तरीय भाषा कहा जाता है
जैसे आप जो भाषा बोलते है या mother toungh के अतिरिक्त कोई अन्य भाषा सीखते है उसी प्रकार आप " C " भाषा भी सीख सकते है
जिस प्रकार आप hindi, english , उर्दू , मलयालम आदि का प्रयोग आप किसी व्यक्ति से बात करने के लिए करते है | उसी प्रकार अगर आपको computer से बात करना है उसे कोई आदेश देना है तो आप अर्थात programmer " C " भाषा का प्रयोग कर सकते है |
जिस प्रकार आप हिंदी या अंग्रेजी को सीखने के लिए कुछ स्टेप अपनाते है उसी आप " C " भाषा को भी सीखने के लिए " C " के अपने कुछ स्टेप समझने होंगे
हम ऐसे aspect करते है की आपको english या hindi सीखने के लिए किस क्रम में स्टेप होते है वो जानते होंगे ऐसा इसलिए ताकि आप " C " के स्टेप से compare कर सकें तो आइये देखते है इस table में :
Programming Language को सीखने के steps
पहले step में , किसी भी अन्य भाषा में हम , उस (जैसे हिंदी या अंग्रेजी) भाषा के अक्षरों को सीखते है , same उसी तरह " C " भाषा में अक्षर(or Character set ) होते है जिन्हें आपको सीखना होगा
दूसरे चरण में , जैसे हम hindi या english में शब्द बनाना सीखते है उसी तरह " C " भाषा में भी शब्दों सीखते है जिन्हें tokens(टोकंस) कहा जाता है
तीसरे चरण में , जिस प्रकार अन्य भाषाओं में शब्दों को मिलाकर वाक्य बनाते हैं उसी तरह सी भाषा में टोकन के प्रयोग से स्टेटमेंट बनाया जाता है इस प्रकार सी भाषा के वाक्यों को आप स्टेटमेंट या इंस्ट्रक्शन (statement or instruction) कह सकते हैं|
अंतिम चरण में , जिस प्रकार अन्य भाषाओं में आप एक एक से अधिक वाक्य के प्रयोग से पैराग्राफ बनाना सीखने लगते हैं , उसी प्रकार C भाषा के वाक्यों अर्थात स्टेटमेंट या इंस्ट्रक्शन के द्वारा आप स्टेटमेंट का ग्रुप या एक प्रोग्राम(program) बनाना सीख सकते हैं |
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